कई शोधों से यह बात पता चली है कि लगातार स्ट्रेस का मस्तिष्क पर नकारात्मक असर होता है । इससे तर्कशक्ति और यादाश्त कमजोर हो सकती है । जब तनाव नियंत्रण से ज्यादा हो जाता है तो दिमाग की क्रियाशीलता घट जाती है । दिमाग पर तनाव का असर गहरा होता है । जिससे यह काम करने की क्षमता को भी घटा देता है ।
हाल ही में जर्मनी की फ्रेडरिक शिलर यूनिवर्सिटी में शोध हुए पता चला कि अजीब और डिफिकल्ट लोगों के संपर्क में लगातार रहते हैं तो दिमाग पर इसी तरह निगेटिव असर होता जाता है । असल में नकारात्मक विचार आपके जीवन पर ज्यादा जल्दी असर करते हैं । सकारात्मक विचारों को व्यक्ति देर से स्वीकार करता है । जब नकारात्मक व्यक्ति या विचारों से सामना होता है तो अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना और शांत संतुलित बने रहना मुश्किल हो जाता है । और दिमाग उलझ जाता है । इसीलिए ऐसे लोगों और विचारों को मैनेज करना जरूरी हो जाता है । असल में इन्हें संभालने के लिए इन्हें पहचानना और इनकी बातों से निकलना जरूरी होता है। इसके लिए कुछ तरीके अपनाए जा सकते हैं । जैसे निगेटिव लोग लगातार हमेशा शिकायत करते हैं । उनकी बातें नकारात्मक होती है और वे हमेशा तर्क कुतर्क के जरिए इन्हें आगे बढ़ाते रहते हैं। इनसे एक तय दूरी बना कर रखना जरूरी होता है ।
दूसरा तरीका है उनकी नकारात्मकता को दूसरी दिशा में मोड़ देना । जैसे ही ऐसे लोग कोई शिकायत सामने लाएं तो उनसे ही पूछा जा सकता है कि इसका समाधान भी आपको बताना चाहिए। असल में निगेटिव लोग सिर्फ शिकायत करते हैं। समाधान अगर उनसे ही पूछा जाए तो वे खामोश हो जाते हैं। या बात का रुख खुद ही किसी दूसरी ओर मोड़ देते हैं।
निगेटिव लोगों की एक और बात अजीब होती है कि वे हमेशा तर्क के खिलाफ बात करते हैं। लेकिन उनकी इन बातों से सामने वाला इमोशनल हो जाता है। और इस इमोशनल ट्रैप से बचना जरूरी होता है । असल में वे ऐसा सोच समझकर आपको फंसाने के लिए ही करते हैं । उनकी कोशिश होती है कि किसी भी तरह लोगों को उकसाया जाए और फिर उनसे बहस की जाए । पर सफल लोग जानते हैं कि यह बहस किसी और दिन की जा सकती है । वे ऐसे उकसावे के मौके को टाल जाते हैं और उनसे बचकर निकल जाते हैं। यह भी इस स्थिति से निकलने का बेहतर तरीका है ।
साथ में काम करने वाले नकारात्मक लोग काम को टालने की प्रवृति वाले होते हैं। वे साथी के लिए भी ऐसी ही परिस्थिति बनाना चाहते हैं। लेकिन किसी भी तनाव से बचने और बाहर निकलने के लिए अपनी क्षमताओं को पहचानना ज्यादा जरूरी है । अपने पास उतने ही काम लेना चाहिए जितना की आप आसानी से पूरा कर सकें।
तनाव या टेंशन कम करने के पांच तरीके |( Five ways to reduce stress ) |
1) नियमित तौर पर सुबह और शाम में एक से दो घंटे टहलने के लिए निकलें ।
2) जो लोग आपसे प्यार करते हैं हमेशा उनके साथ अपना समय व्यतीत करें ताकि उनके साथ रहकर आपका तनाव दूर हो और आप टेंशन मुक्त हो जाओ ।
3) आप जब भी बेड पर सोने के लिए जाएं तो नींद बहुतायत मात्रा में लें ताकि आप टेंशन से निजात पा सकें ।
4) अपने लिए समय निकालें।
5) टेंशन से निजात पाने का एक और बेहतर तरीका योगा है इसे नियमित तौर पर करने से ऐसी परेशानियां से निकल जाते हैं और सुख शांति की जीवन जीते हैं।
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